महाराष्ट्र में विधानसभा बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कई मुद्दों पर बयान दिया। 1 मार्च को विधानसभा का बजट सत्र शुरू हुआ। आज अधिवेशन का तीसरा दिन है। इस दौरान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विपक्ष को करार जवाब दिया। ठाकरे ने कहा कि यदि आप गलत हैं, तो हमारा किराया निकाल लें, लेकिन महाराष्ट्र को बदनाम न करें। सीएम ठाकरे ने पीएम मोदी का नाम लिये बिना ही कहा कि हम पांच रुपये में शिव भोजन की पूरी थाली देते हैं, खाली थाली नहीं। उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि झूठ बोलना हमारे खून में नहीं है। इसलिए हमने कभी बंद दरवाजे के पीछे झूठ नहीं बोला। सीएम ने स्पष्ट किया है कि महाराष्ट्र में एक भी कोरोना रोगी या इसकी वजह से मौत नहीं हुई।
देश में पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों को लेकर सीएम ने कहा कि किसी को पीठ पीछे झुकाने के लिए काम करने वाले सीने की जरूरत है, जो काम करता है वह गलतियां करता है। सीएम ने विपक्ष से आग्रह किया कि वे मेट्रो कार शेड मुद्दे पर एक साथ काम करें, राजनीति न करें। उन्होंने सीमा मुद्दे पर अपनी पहल के लिए देवेंद्र फड़नवीस को धन्यवाद दिया। इसी बीच हिंदुत्व पर बोलते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना को हिंदुत्व सिखाने के लिए किसी की जरूरत नहीं है। सीएम ने कहा कि मराठी को कुलीन भाषा का दर्जा नहीं देना एक मौजूदा मुद्दा है। केंद्र सरकार को भारत रत्न देने के लिए 2018 और 2019 में सावरकर को पत्र दिया गया था। लेकिन उन्हें भारत रत्न क्यों नहीं दिया गया?