राज्यसभा में मिली मार्मिक विदाई के बाद आज गुलाम नबी आज़ाद से हाल में पार्टी की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर चुके 23 वरिष्ठ नेताओं में से कई अहम नेताओं ने मुलाकात की. हालांकि गुलाम नबी आज़ाद से आज उनके घर जाकर कई नेताओं ने मुलाकात की. मगर इन नेताओं का आज़ाद से जाकर मिलने के राजनीतिक मायने हो सकते हैं. खास करके तब के बाद जब प्रधानमंत्री मोदी खुद ग़ुलाम नबी आज़ाद को विदाई देते हुए भावुक हो गए.
इसके बाद से ही इस बात के कयासों ने भी ज़ोर पकड़ लिया है कि कहीं बीजेपी आज़ाद को राज्यसभा के लिए समर्थन ना दे दे. आज़ाद से इन 23 नेताओं में से मनीष तिवारी, शशि थरूर, पृथ्वीराज चव्हाण और विवेक तन्खा ने मुलाकात की.
प्रधानमंत्री के राज्यसभा में गुलाम नबी आज़ाद की तारीफ पर एक कांग्रेस नेता ने कहा कि संभव है कि प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसा कांग्रेस में टकराव को आगे बढ़ाने के लिए किया हो. हाल हीं में इन तमाम नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर पार्टी के कामकाज पर सवाल खड़े करते हुए अध्यक्ष पद समेत कार्यसमिति और चुनाव समिति के चुनाव कराने की मांग की थी.