कोरोना महामारी, बदहाल अर्थव्यवस्था, कृषि कानूनों जैसे कई मुद्दों को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर हमलावर हैं। अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि ज्यादातर किसान बिल की डिटेल को नहीं समझते हैं, अगर वो इसे समझेंगे तो पूरे देश में आंदोलन शुरू हो जाएंगे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि हमने किसानों के खिलाफ पुराने ब्रिटिश बिल को फेंक दिया था और उसकी जगह एक नया बिल निकाला। उस बिल ने हमारे किसानों को मुआवजे और सुरक्षा की गारंटी दी। लेकिन पहली बार जब नरेंद्र मोदी जी पीएम बने तो उन्होंने कांग्रेस को सुरक्षा देने वाले बिल के असर को खत्म करने की कोशिश की। हमने उन्हें संसद में ऐसा नहीं करने दिया और इसका विरोध किया।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, ‘इसके बावजूद कुछ साल पहले मैंने देखा कि मोदी सरकार की तरफ से भारत के किसानों पर हमला करने का प्रयास जारी है। इसकी शुरुआत बीजेपी ने यूपी के भट्टा पारसौल से हुई थी। उस समय भी किसानों की जमीन को छीना जा रहा था। इस बात पर गौर फरमाते हुए हमने कांग्रेस पार्टी के अंदर एक बातचीत शुरू की। इसका परिणाम यह निकला कि एक नया भूमि अधिग्रहण विधेयक सामने आया।’ पार्टी के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘उन्होंने अपने मुख्यमंत्रियों से कहा कि वह संसद में इस विधेयक को नहीं हरा सकते, इसलिए उन्हें राज्यों में इसे खत्म कर देना चाहिए।’
कांग्रेस नेता ने कहा कि सच्चाई यह है कि ज्यादातर किसान बिल (तीन कृषि कानून) की डिटेल को नहीं समझते हैं, क्योंकि अगर वो इसे समझेंगे तो पूरे देश में आंदोलन शुरू हो जाएंगे। देश में आग लग जाएगी। उन्होंने कहा कि विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं, ये चुनाव विचारधारा के हैं। ये यूडीएफ, एलडीएफ और आरएसएस की विचारधारा के चुनाव हैं।
वायनाड के अंतिम दौरे पर सांसद राहुल गांधी ने कहा कि आप आज देश की स्थिति को जानते हैं, हर किसी के लिए यह स्पष्ट है कि क्या चल रहा है। भारत 2-3 बड़े व्यापारियों के हित में पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा चलाया जा रहा है। आज हर एक उद्योग पर 3-4 लोगों का एकाधिकार है।