उत्तराखंड के चमोली जिले में कुदरत ने ताडंव मचाया है और इस वक्त वहां से काफी बेहद भयावह खबर सामने आ रही है। जिले के जोशीमठ के पास तपोवन क्षेत्र में ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट पर एक बड़ा ग्लेशियर गिरने से बांध टूटने से अलकनंदा में भारी तबाही हुई है। सूत्रों के अनुसार बांध के आसपास बड़ी संख्या में लोग कार्यरत हैं तथा गंगा किनारे भी काफी लोगों के जान माल के नुकसान की भी भारी आशंका है।
चमोली पुलिस ने लोगों को नदी के तटीय क्षेत्रों से दूर रहने के लिए अलटर् जारी किया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस संबंध में मुख्य सचिव से बात करके पूरी स्थिति पर नजर बनाये हुए है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन दल (एनडीआरएफ) को मौके पर रवाना कर दिया गया है तथा उत्तराखंड के सभी नदी तटीय क्षेत्रों में दूर रहने के लिए लोगों को अर्लट जारी किया गया है।
राज्य के आपदा मोचन बल की डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि ऋषिगंगा ऊर्जा परियोजना में काम करने वाले 150 से अधिक कामगार संभवत: इस प्राकृतिक आपदा से सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘ऊर्जा परियोजना के प्रतिनिधियों ने मुझे बताया है कि परियोजना स्थल पर मौजूद रहे 150 कामगारों से उनका संपर्क नहीं हो पा रहा है।’ बाढ़ से चमोली जिले के निचले इलाकों में खतरा देखते हुए राज्य आपदा प्रतिवादन बल और जिला प्रशासन को सतर्क कर दिया गया है। हालांकि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि नदी के बहाव में कमी आई है जो राहत की बात है और हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है।