परमबीर सिंह के मुख्यमंत्री को लिखे पत्र पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि परमबीर के लेटर के दो हिस्से हैं। उन्होंने कहा कि पत्र में 100 करोड़ रुपये की वसूली की बात की गई है। पवार ने कहा कि चिट्ठी में परमबीर सिंह के हस्ताक्षर नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि लेटर में नहीं लिखा गया कि ये पैसा किसके पास गया। वहीं शरद पवार ने कहा कि सचिन वाजे की नियुक्ति मुख्यमंत्री और गृहमंत्री ने नहीं की थी बल्कि परमबीर सिंह ने की थी। शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार पर कोई संकट नहीं है, अनिल देशमुख के इस्तीफे पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे फैसला लेंगे। शरद पवार ने आगे कहा कि इस मामले से सरकार की छवि पर कोई असर नहीं पड़ेगा। शरद पवार ने कहा कि सरकार को अस्थिर करने की कोशिश हो सकती है लेकिन इससे सरकार पर कोई खतरा नहीं है। शरद पवार ने अनिल देशमुख को लेकर पूछे गए सवाल पर कह कि अनिल देशमुख को लेकर कल तक फैसला लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जो भी फैसला लिया जाएगा, वो आपसी सहमति से लिया जाएगा। शरद पवार ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ इस मामले पर चर्चा करने के बाद ही इस पर फैसला लिया जाएगा और एक-दो दिन में इस पर आपसी सहमति से फैसला ले लिया जाएगा।