उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने है, ऐसे में राजनितिक दल अपनी रणनीति बनाने में जुट गए है। तो वही संसद के मानसून सत्र का आखरी सप्ताह शुतु हो गया है जहा पर केंद्र सरकार कई विधेयकों को पारित कर चुकी है। लेकिन इसी बीच बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को कहा की अन्य पिछड़ वर्ग की पहचान करने संबंधी विधेयक का उनकी पार्टी समर्थन करती है मगर केंद्र को सरकारी नोकरियो में इस वर्ग के लिए खली पदों को भरने की दिशा में कदम उठाने होंगे।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा – ” ओबीसी वर्ग बहुजन समाज का अभिन्न अंग है, जिसके हित व कल्याण के लिए बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर ने संविधान में धारा 340 की व्यवस्था की व उसपर सही से अमल नहीं होने पर देश के प्रथम कानून मंत्री पद से इस्तीफा भी दे दिया था। बीएसपी भी वैसे ही इन वर्गों के लिए जी-जान से समर्पित। ” इसके साथ ही उन्होंने लिखा – ” इसी सोच के तहत राज्य सरकारों द्वारा ओबीसी की पहचान करने व इनकी सूची बनाने सम्बन्धी संसद में आज पेश संविधान संशोधन बिल का बीएसपी समर्थन करती है, किन्तु केन्द्र केवल खानापूर्ति न करे बल्कि सरकारी नौकरियों में ओबीसी के वर्षों से खाली पदों को भरने का ठोस काम भी करे। “
2. इसी सोच के तहत राज्य सरकारों द्वारा ओबीसी की पहचान करने व इनकी सूची बनाने सम्बन्धी संसद में आज पेश संविधान संशोधन बिल का बीएसपी समर्थन करती है, किन्तु केन्द्र केवल खानापूर्ति न करे बल्कि सरकारी नौकरियों में ओबीसी के वर्षों से खाली पदों को भरने का ठोस काम भी करे।
— Mayawati (@Mayawati) August 9, 2021
गौरतलब है की लोकसभा में विपक्ष के कड़ विरोध एवं हंगामे के बीच संविधान संशोधन आदेश विधेयक 2021 समेत तीन विधेयक पारित कर चुकी है।