गणतंत्र दिवस पर मंगलवार को दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च को लेकर किसानों ने कई जगहों पर हिंसा की। अलग-अलग बॉर्डर पर किसानों की कई बार पुलिस के साथ झड़प हुई। इस दौरान किसानों ने पुलिस पर पत्थरबाजी करने के साथ बैरिकेडिंग भी तोड़े। जवाब में पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े। बेकाबू होते किसानों के सवाल पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि क्या उन्हें गोली मरवा दें। साथ ही उन्होंने ऐसे लोगों को भटके हुए लोग बताया है। वहीं भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि उनकी जानकारी में ऐसा कुछ नहीं है। साथ ही कहा कि ट्रैक्टर रैली शांतिपूर्ण तरीके से चल रही है। इससे पहले गाजीपुर बॉर्डर से किसानों की ट्रैक्टर रैली शुरू होने पर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा था कि हमें एक रूट दिया गया है, हम उसी रूट से जा रहे हैं। आंदोलन खत्म नहीं होगा। नियमों का पूरा पालन किया जाएगा।
गणतंत्र दिवस की परेड से पहले ही ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे किसानों की नोएडा मोड़ पर पुलिस के साथ झड़प हो गई। इस दौरान हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को किसानों पर लाठीचार्ज करना पड़ा। वहीं मुकरबा चौक पर किसान संगठनों और पुलिस के बीच बवाल होने के बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। मुकरबा चौक पर ही किसानों ने दिल्ली पुलिस की क्रैन को कब्जे में ले लिया था। वहीं दिल्ली के संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में भी किसान पुलिस की वाटर कैनन गाड़ी पर चढ़ गए।