इस बार गणतंत्र दिवस परेड में राफेल समेत कुल 42 विमान हिस्सा लेंगे। इनमें 15 लड़ाकू विमान, 5 ट्रांसपोर्ट और 17 हेलीकॉप्टर शामिल किए गए हैं। वायुसेना में हाल में शामिल हुए राफेल को पहली बार फ्लाईपास्ट में शामिल किया गया है। दअसल, फ्लाईपास्ट का समापन इस विमान के वर्टिकल चार्ली फार्मेशन में उड़ान भरने से होगा। वर्टिकल चार्ली फार्मेशन में विमान कम ऊंचाई पर उड़ान भरता है, सीधे ऊपर जाता है और उसके बाद कलाबाजी खाते हुए एक ऊंचाई पर स्थिर हो जाता है।
वायुसेना के अनुसार भारत की वायुशक्ति क्षमताओं में तब बढ़ोतरी हुई थी जब गत वर्ष 10 सितंबर को फ्रांस निर्मित पांच बहुद्देश्यीय राफेल लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना में शामिल किए गए थे। फ्लाईपास्ट में वायुसेना के कुल 38 विमान और भारतीय थल सेना के चार विमान शामिल होंगे।
वायुसेना प्रवक्ता ने कहा कि फ्लाईपास्ट पारंपरिक तौर पर दो खंडों में विभाजित होगा। पहला खंड परेड के साथ पूर्वाह्न 10.04 बजे से लेकर पूर्वाह्न 10.20 बजे तक और दूसरा खंड परेड के बाद पूर्वाह्न 11.20 बजे से पूर्वाह्न 11.45 बजे तक होगा। पहले खंड में तीन फॉर्मेशन होंगे। उन्होंने कहा कि पहला ‘निशान’ फॉर्मेशन होगा जिसमें चार एमआई17वी5 शामिल होंगे, जो राष्ट्रीय ध्वज और सेना के तीनों अंगों के झंडे लिए हुए होंगे। इसके बाद आर्मी एविएशन कोर के चार हेलीकॉप्टर ‘ध्रुव’ फार्मेशन बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि अंतिम फार्मेशन ‘रुद्र’ होगा जो 1971 की लड़ाई में देश की जीत की 50वीं वर्षगांठ का जश्न मनाएगा। उन्होंने कहा कि इसमें एक डकोटा विमान और दो एमआई17वी5 हेलीकॉप्टर शामिल होंगे। पिछले साल 16 दिसंबर को भारत ने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर अपनी जीत का जश्न मनाने के लिए वर्षभर के जश्न की शुरुआत की थी। उक्त युद्ध के बाद ही बांग्लादेश का निर्माण हुआ था।
इसके अलावा स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस और स्वदेशी तौर पर विकसित एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल ध्रुवस्त्र के मॉडल भारतीय वायुसेना के गणतंत्र दिवस परेड झांकी में शामिल होंगे। झांकी में हल्के लड़ाकू विमान तेजस, हल्के लड़ाकू हेलीकाप्टर (एलसीएच), सुखोई -30 एमकेआई और रोहिणी राडार के मॉडल को प्रदर्शित किया जाएगा।