भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने नए कषि कानूनों के खिलाफ चल रहे विरोध के बीच गुरुवार को बड़ा ऐलान किया है। राकेश टिकैत ने कहा कि हम तब तक अपना विरोध जारी रखेंगे जब तक सरकार समिति से बात करने के लिए सहमत नहीं हो जाती। हम यहां लंबे समय तक डटे रहेंगे। सरकार से अभी बातचीत की कोई गुंजाइश नहीं है, तैयारी लंबी है। टिकैत ने कहा कि पिछले 5 दशक से सरकारे उपभोक्ताओं को खुश करने व बिचौलियों को मुनाफा दिलाने के लिए किसानों को उनकी फसलो का लाभकारी मूल्य दिलाने से रोकती रही है। देश में फसलों के लिए न्यूनतम और अधिकतम दर होनी चाहिए।
टिकैत बोले भूख के आधार पर देश में कीमतें तय नहीं होने देंगे बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि चार राज्यों पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल और असम की विधानसभाओं के विधानसभा चुनाव शुरू होने वाले हैं।
ऐसे में किसान भी देश के राजनीतिक रैलियों में भाग लेंगे। हम किसान भूख के आधार पर देश में कीमतें तय नहीं होने देंगे। किसान तीन नए अधिनियमित खेत कानूनों के खिलाफ 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सुविधा) विधेयक, 2020 , किसानों (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) का मूल्य आश्वासन अनुबंध एवं कृषि सेवाएं विधेयक, 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक, 2020 का विरोध हो रहा है।