अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर के लिए निधि समर्पण अभियान की शुरुआत राष्ट्रपति की शुभकामना के साथ पूरे देश में शुक्रवार से होगी। इसके लिए शुक्रवार को पूर्वाह्न 11 बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट, विश्व हिंदू परिषद व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का एक प्रतिनिधिमंडल जाएंगा। विहिप के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि अभियान हेतु शुभकामना लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी समय मांगा गया है।
जब समय मिल जाएगा तो उनसे भी प्रतिनिधिमंडल मिलने जाएंगा। इसके साथ ही दूसरे प्रमुख लोगों से भी मिलने की योजना है। राष्ट्रपति से मिलने जाने वालों में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि, विहिप के कार्याध्यक्ष एडवोकेट आलोक कुमार, भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा और दिल्ली प्रांत के आरएसएस के संघचालक कुलभूषण आहुजा शामिल हैं।
आलोक कुमार ने कहा कि देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति व दूसरे नागरिक उपराष्ट्रपति से शुभकामना लेकर अभियान की शुरुआत होगी। अभियान को सफल बनाने के लिए देश के सभी जिलों में प्रमुख लोगों की समिति बनी है। साथ ही नगर से लेकर गांवों तक टोली गठित की गई है। इस अभियान के तहत पूरे देश में 13 करोड़ परिवार के 65 करोड़ रामभक्तों से अभियान में लगे लोग मिलेंगे। विहिप के नेतृत्व में होने वाले इस अभियान में 40 लाख से अधिक हिंदू समाज के लोग लगेंगे। इसमें आरएसएस एवं अनुषांगिक संगठनों से जुड़े लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
आलोक कुमार ने कहा कि पूरे देश के 5.25 लाख गांवों में टोलियों का गठन किया गया है। सभी टोली में पांच से सात लोगों को रखा गया है। प्रत्येक पांच पंचायतों पर एक निधि जमाकर्त्ता बनाए गए हैं, जो प्रत्येक दिन संग्रह की गई राशि को बैंक में जमा कर देंगे। इसके लिए अयोध्या में एसबीआइ, पीएनबी और बैंक ऑफ बड़ौदा की नया घाट शाखा में खाता खोले गए हैं। प्रखंड, जिला व प्रांत स्तर पर एक-एक हिसाब प्रमुख होंगे, जो प्रत्येक दिन लेखा-जोखा को पूर्ण कर “श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र” को बताएंगे।