केंद्र सरकार के साथ होने वाली 8वें दौर की वार्ता के लिए किसान नेता सिंघु बॉर्डर से दिल्ली के विज्ञान भवन के लिए रवाना हो गए हैं। अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा, “मंत्री ने कल स्पष्ट रूप से घोषित किया कि कृषि कानूनों को निरस्त करना स्वीकार नहीं है। मुझे नहीं पता कि आज चर्चा के दौरान क्या होगा। वैसे भी हम अच्छे की उम्मीद करते हैं और बुरे के लिए तैयार हैं।” सरकार से वार्ता के लिए गाजीपुर बॉर्डर से किसान नेता राकेश टिकैत भी रवाना हुए।
किसानों और सरकार के बीच आज होने वाली वार्ता से पहले केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा, “पहले की वार्ता में किसान यूनियन के नेताओं का विषय था कि हम इसमें सुधार चाहते हैं। सरकार सुधार के लिए तैयार है। मुझे विश्वास है कि आज वे इस बात को समझेंगे। किसान यूनियन के नेता सोचकर आएंगे कि समाधान करना है तो समाधान अवश्य होगा।”
गाजीपुर बॉर्डर प्रदर्शन कर रहे एक किसान ने कहा कि आज की बैठक में हम उम्मीद करते हैं कि आज शायद फैसला आ जाए, लेकिन अगर फैसला नहीं आया तो जब तक सरकार हमारी मांगे नहीं मानेगी तब तक हमारा आंदोलन बढ़ता रहेगा, हम पीछे नहीं हटेंगे।”