नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों और सरकार के बीच जारी गतिरोध अभी थमा नहीं है। दिल्ली में पड़ रही कड़ाके की ठंड और बारिश के बीच भी किसानों का आंदोलन जारी है। किसान किसी भी कीमत पर पीछे हटने को तैयार नहीं है। दिल्ली-एनसीआर में लगातार हो रही बारिश की वजह से दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर डटे किसान आंदोलनकारियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। बारिश और ठंड के सितम के बावजूद किसानों के हौसलें डिगे नहीं हैं और वे बॉर्डर पर डटे हुए हैं।
नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों के आंदोलन को 40 दिनों से ज्यादा का वक्त हो चुका है। सरकार और किसान संगठनों के बीच 7 दौर की बातचीत भी हो चुकी है, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया है। कृषि कानूनों को वापस लेने और एमएसपी की कानूनी गारंटी से कम पर किसान संगठन मानने को तैयार नहीं है।