भिवानी ज़िला के तोशाम कस्बे के पास हरिपुर गाँव निवासी रितिक के पास एक गाय है. रितिक का कहना है कि कुछ साल पहले उसके पिता की मौत हो गई थी. इसके बाद उनका परिवार क़र्ज़ में डूबता चला गया. यहां तक कि घर में भैंस ख़रीदने तक के पैसे नहीं थे.

ऐसे में उन्होंने पड़ोस की गोशाला से एक असहाय गाय लाकर उसकी सेवा करके पाला. देखते ही देखते ये गाय उसके परिवार के लिए लक्की साबित होने लगी.

रितिक का कहना है कि वो निजी पशु चिकित्सक का काम करने लगा, जो बहुत अच्छा चला. एक निजी स्कूल में पार्टनरशिप हुई और उसकी बहन सरकारी टीचर लग गई.रितिक का कहना है कि आज उनके पास अच्छा मकान है, गाड़ी ,बढ़िया व्यापार है.

रितिक का कहना है कि ये गाय 18-20 किलो दूध देती है.

  • गेहूं व बाजरे का दलिया खाती है. सेब व गाजर बड़े चाव से खाती है. रितिक का कहना है कि इस गाय के 4 लाख रुपये कीमत लग चुकी है लेकिन वह इसे करोड़ रुपये में भी नहीं बेचेंगे.रितिक की इस लक्की गाय के चर्चे अब आस पड़ोस के गाँव में खूब हैं.

बहुत सारे लोग इसे देखने आते हैं. ऐसे ही गाय देखने आए राहुल ने बताया कि उसने इस गाय के खूब चर्चे सुने तो आज देखने आया.उसने कहा कि लक्की होने के साथ ये गाय बहुत सुंदर व शांत है. ये लोग इसे खूँटे से कम ही बाँधते हैं. उसने कहा कि देशी गाय 18-20 किलो दूध रोज़ देती है, जो बड़ी अचम्भे की बात है.