Bharat Vritant

तमात राजनैतिक उठापटक के बाद उत्तराखंड की कमान संभालने वाले नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत इस वक्त अपने कई बयानों से विवादों में घिर गए हैं। खासकर महिलाओं की फटी जींस वाले उनके बयान ने तूल पकड़ लिया है और अब वे सफाई देने और बचाव की मुद्रा में नजर आने लगे हैं। पार्टी के भीतर उनके बयानों की कड़ी आलोचना हो रही है। उत्तराखंड के विरोधी खेमे में मौजूद भाजपाइयों को बैठे-बिठाए ‘फटी जींस विवाद’ में टांग अड़ाने का मौका मिल गया है। नतीजा ये हुआ है कि गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक भाजपा के अपने ही विरोधी न सिर्फ इस मामले में चटखारे लेने लगे हैं बल्कि पूरी शिद्दत से मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की छवि को धोने में लग गए हैं।

रावत के बयान पर भारतीय जनता पार्टी का एक धड़ा अंदर ही अंदर से इस कोशिश में लगा हुआ है कि उनकी छवि पर जितना डेंट डाला जा सकता है वह फटी जींस के बयान के बाद डाला जाए। हालांकि देश दुनिया में सोशल मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री रावत को जमकर निशाने पर लिया गया और उनकी सोच को लेकर लोगों ने खूब खरी-खोटी भी सुनाई। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को प्रदेश की कमान सौंपे जाने के बाद से कई राजनैतिक दुश्मन भी पैदा हो गए हैं। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के इस बयान के बाद भाजपा आलाकमान के कुछ नेता थोड़ा पशोपेश में तो हैं लेकिन इसको नजरअंदाज कर रावत को अपने स्तर पर ही इस विवाद से बाहर निकलने को कह रहे हैं। उत्तराखंड भाजपा के एक नेता जो अकसर बगावत की भाषा बोलते हैं उनका कहना है कि तीरथ सिंह रावत जैसे कद्दावर नेता अगर ऐसी भाषा महिलाओं के लिए बोलते हैं, तो यह अपमानजनक ही नहीं बल्कि उनकी सोच को भी बताता है।

दूसरी तरफ तीरथ सिंह रावत की ‘फटी जींस’ बयान के बाद देशभर में सोशल मीडिया पर बवाल मच गया है। महिला संगठनों से लेकर अनगिनत महिलाओं और पुरुषों ने मुख्यमंत्री रावत को निशाने पर ले लिया। खासकर राजनैतिक पार्टियां भी इस बयान के बाद भाजपा और संघ के नेताओं की तस्वीरें सोशल मीडिया पर डालने लगीं। ऐसे में संघ और भाजपा में भी अंदर खाने सीएम रावत की वजह से असहज स्थिति पैदा हो गयी।

भाजपा के एक कद्दावर नेता ने कहा कि अगर अगले कुछ दिनों में यह विवाद शांत नहीं हुआ तो सीएम रावत को इस मामले में सफाई भी देनी पड़ सकती है। चुनावी माहौल में ऐसे बयान कहीं पार्टी का गणित न बिगाड़ दें, ये आशंका सताने लगी है। इसलिए इस विवाद को कैसे जल्द से जल्द ठंडा किया जाए, इसे लेकर पार्टी में गंभीरता से चिंतन चल रहा है। बताया जा रहा है कि तीरथ सिंह के बयानों को लेकर पार्टी आलाकमान ने उन्हें सोच समझकर बोलने की नसीहत भी दी है।