तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने भाजपा के इस दावे को लेकर रविवार को उस पर निशाना साधा कि पश्चिम बंगाल में रेल परियोजनाओं के लिये अब तक का सबसे अधिक कोष आवंटित किया गया है। पार्टी ने दावा किया कि राज्य को वर्षों से कोष नहीं मिला है और विभिन्न रेल परियोजनाएं ठंडे बस्ते में डाल दी गई हैं। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने केन्द्रीय बजट पेश होने के बाद कहा था कि पश्चिम बंगाल को 6,636 करोड़ रुपये का कोष आवंटित किया गया है, जो रेलवे के इतिहास में किसी राज्य को आवंटित अब तक का सबसे अधिक कोष है। उन्होंने पश्चिम बंगाल में रेल परियोजनाओं में देरी के लिये अब तक की राज्य सरकारों को जिम्मेदार बताया था।
टीएमसी सांसद तथा राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरेक ओ’ब्रायन ने ट्वीट किया, ”चुनाव के समय में भाजपा पर्यटकों का गिरोह कह रहा है कि बंगाल को रेल परियोजनाओं के लिये रिकॉर्ड आवंटन किया गया है। सच्चाई यह है कि वर्षों से कोष नहीं मिलने के चलते बंगाल में कई रेल परियोजनाएं ठंडे बस्ते में डाल दी गईं।” ओ’ब्रायन ने दो दस्तावेज साझा करते हुए रेखांकित किया कि ”किस तरह बंगाल को वर्षों से रेलवे कोष से वंचित रखा गया है।”
इन दस्तावेजों में राज्यसभा सदस्य ओ’ब्रायन ने रेखांकित किया कि ममता बनर्जी ने रेल मंत्री रहते हुए बंगाल में जिन एक दर्जन रेल फैक्टरियों की शुरुआत की थी, उन्हें इस साल नाम मात्र का वित्तीय आवंटन किया गया है। उन्होंने कहा, ”कंचरापाड़ा में नयी रेल कोच निर्माण इकाई को पिछले बजट में 74 लाख रुपये आवंटित किये गए। इस साल केवल 1,000 रुपये का आवंटन किया गया।