उत्तर प्रदेश पांच करोड़ कोरोना टेस्ट करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। प्रदेश सरकार ने टेस्ट, ट्रेकिंग और ट्रीट की नीति पर आक्रामकता के साथ काम किया जिसका नतीजा है कि कोरोना को नियंत्रित करने में बड़ी कामयाबी मिली है। प्रदेश में कोरोना से रिकवरी दर 97.1 प्रतिशत है। बीते 24 घंटे में प्रदेश में कोरोना के सिर्फ 1500 संक्रमित मिले हैं जबकि 3.32 लाख टेस्ट किए गए हैं। बता दें कि प्रदेश में 30 अप्रैल को सबसे ज्यादा 38 हजार मामले आए थे लेकिन अग्रेसिव टेस्टिंग, माइक्रो कन्टेनमेंट जोन सिस्टम और गांवों में निगरानी समितियों के द्वारा किये गए माइक्रो मैनेजमेंट एवं ट्रीटमेंट से कोरोना को नियंत्रित करने में कामयाबी मिली है। पिछले 24 घंटे की कोरोना पॉजिटिविटी दर 0.2 प्रतिशत रही। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश में मंगलवार से सभी जिलों में 18 से 45 साल के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू हो गया है। पहले दिन करीब 1.55 लाख युवाओं ने टीकाकरण कराया, जबकि 1.70 लाख का लक्ष्य रखा गया था।
प्रदेश में 18 से 45 साल के करीब 35 लाख लोगों ने पंजीयन कराया है। मंगलवार से सभी जिलों में यह अभियान शुरू हो गया है। पहले दिन सुबह टीकाकरण अभियान की शुरुआत काफी धीमी रही। दोपहर बाद टीकाकरण की गति बढ़ी। शाम सात बजे तक 18 से 44 साल की उम्र वालों में टीकाकरण कराने वालों की संख्या 1.55 लाख हो गई थी। अब तक प्रदेश में एक करोड़ 86 लाख 66 लाख 323 लोगों ने टीकाकरण कराया है। इसमें 1,51,62,374 ने पहली डोज एवं 35,03,949 ने दूसरी डोज ली है। उम्र के हिसाब से 18 से अधिक उम्र वालों में 21,07,299 ने पहली डोज और 19,302 ने दूसरी डोज ली है।