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यूपी में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में लगातार कमी आ रही है. अब यहां हजार के आसपास ही नए केस सामने आ रहे हैं, जबकि ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. नतीजा ये हो रहा है कि अब प्रदेश में एक्टिव केस भी कम होते जा रहे हैं. इसलिए अब सरकार भी कोरोना कर्फ्यू में थोड़ी राहत देने जा रही है. कोरोना के मामलों में कमी आने के कारण यूपी सरकार ने दो और जिलों में कोरोना कर्फ्यू में राहत देने का फैसला लिया है. जानकारी के मुताबिक, बुलंदशहर और बरेली में भी कोरोना कर्फ्यू में थोड़ी राहत मिलेगी. ये राहत इसलिए क्योंकि अब इन दोनों जिलों में 600 से कम एक्टिव केस हैं. सरकार की गाइडलाइन है कि जिन जिलों में एक्टिव केसेस की संख्या 600 से कम होगी, वहां कोरोना कर्फ्यू में ढील दी जाएगी.

यूपी में कुल 75 जिले हैं. इनमें से अब तक 67 जिलों में कोरोना कर्फ्यू में राहत मिल चुकी है. हालांकि, अब भी 8 जिले ऐसे हैं जहां 600 से ज्यादा एक्टिव केस हैं. इनमें राजधानी लखनऊ के अलावा वाराणसी, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर जैसे जिले शामिल हैं. जिन जिलों में कोरोना कर्फ्यू से राहत मिली है, वहां अब रोज नाइट कर्फ्यू और वीकेंड कर्फ्यू ही लागू रहेगा. इन 67 जिलों में सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक छूट रहेगी. लेकिन, अगर यहां एक्टिव केस बढ़कर 600 के पार पहुंचते हैं तो दोबारा से कोरोना कर्फ्यू लगा दिया जाएगा.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कोविड मैनेजमेंट के लिए गठित टीम-9 को निर्देश दिए हैं कि यूपी में डॉक्टरों की ड्यूटी सिर्फ मेडिकल कामकाज में ही लगाई जाए. उन्होंने कहा कि जिन भी डॉक्टरों की ड्यूटी अलग-अलग अस्पतालों या दफ्तरों में प्रशासनिक और प्रबंधकीय कामों में लगाई गई है, वहां से उन्हें तुरंत हटाया जाए और मेडिकल काम में लगाया जाए. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि मैनेजमेंट से जुड़े कामों में एमबीए की डिग्री ले चुके युवाओं को मौका दिया जाना चाहिए.