समाजवादी पार्टी ने यूपी के विधान परिषद चुनाव में अहमद हसन और राजेंद्र चौधरी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार सुबह प्रदेश कार्यालय में विधायकों के साथ बैठक के बाद यह फैसला किया। बैठक में सपा प्रत्याशी के प्रस्तावक कौन-कौन से विधायक होंगे यह भी तय किया गया है। विधान परिषद चुनाव में समाजवादी पार्टी ने दूसरा प्रत्याशी उतारकर मुकाबला दिलचस्प कर दिया है। विधायकों की संख्या के अनुसार समाजवादी पार्टी 12 सीटों में से सिर्फ एक प्रत्याशी को ही जीत दिला सकती है। समाजवादी पार्टी की निगाह बहुजन समाज पार्टी के साथ ही दूसरे दलों के कुछ असंतुष्ट विधायकों का समर्थन हासिल अपनी दूसरी सीट जिताने पर है। समाजवादी पार्टी ने पिछले दिनों हुए राज्यसभा चुनाव में अंतिम समय में प्रकाश बजाज को उतार कर भारतीय जनता पार्टी के खेमे में हलचल मचा दी थी। समाजवादी पार्टी इस बार विपक्षी दलों में सेंघ मारने की रणनीति बना ली है।
उत्तर प्रदेश की 12 विधान परिषद सीटों पर राजनीतिक दलों ने सियासी बिसात बिछानी शुरू कर दी है। भारतीय जनता पार्टी के खाते में 10 सीटें तय मानी जा रही हैं, जबकि समाजवादी पार्टी को एक सीट मिलनी तय है। वहीं, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी एक भी सीट जीतने की स्थिति में नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि 12वीं सीट पर किस सियासी दल का कब्जा होगा, क्योंकि कोई भी पार्टी अपने दम पर यह सीट जीतने की स्थिति में नहीं है।