न्यू कैटरिंग पॉलिसी के तहत आईआरसीटीसी को भारतीय रेलवे में खानपान की पूरी जिम्मेदारी सौंपी जा चुकी है। इसके बाद आईआरसीटीसी ने बेस किचन बनवाए हैं। कोविड काल में इसका उपयोग नहीं हो सका, लेकिन अब यहां से ट्रेनों में खाना सप्लाई करने की तैयारी है। वहीं, ट्रेनों व स्टेशनों से खानपान के लिए आ रही शिकायतों पर अंकुश लगाने के लिए नया सिस्टम विकसित किया गया है। ट्रेन में घटिया खाना परोसे जाने या अधिक पैसे वसूलने जैसी खानपान से जुड़ी शिकायतों का 15 मिनट के अंतर निस्तारण होगा। भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने इसके लिए पहल की है। इसके तहत ऐसा प्लेटफॉर्म तैयार किया जा रहा है, जिस पर यात्री, ठेकेदार के साथ अधिकारी भी उपलब्ध होंगे। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसे लखनऊ से शुरू करने की तैयारी है।