सोलर एनर्जी के बड़े केंद्र के रूप में प्रयागराज को विकसित किया जाएगा। इसके लिए 600 मेगावाट क्षमता वाले सोलर पॉवर प्लांट की परियोजना तैयार की गई है। इस प्लांट को मेजा में लगाने का प्रस्ताव है। शासन ने इस सोलर पॉवर प्लांट के लिए तीन हजार एकड़ भूमि की तलाश करने के लिए डीएम संजय खत्री से कहा है, ताकि काम शुरू कराया जा सके।
करीब 70 लाख की आबादी वाले प्रयागराज जिले को आने वाले समय में सोलर एनर्जी के हब के रूप में भी जाना जाएगा। इसके लिए योगी आदित्यनाथ सरकार 600 मेगावाट क्षमता का सोलर पॉवर प्लांट लगाने की योजना बनाई है। निदेशक (वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत) अनुपम शुक्ला ने इसके लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा है। डीएम को इसके लिए तीन हजार एकड़ भूमि उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। डीएम ने मुख्य राजस्व अधिकारी को सोलर पॉवर प्लांट के लिए भूमि तलाशने की जिम्मेदारी दी है।
फिलहाल इसके लिए मेजा में भूमि चिह्नित करने के लिए कहा गया है। मेजा में खनन क्षेत्र की निष्प्रयोज्य भूमि सोलर पॉवर प्लांट के लिए आवंटित की जा सकती है। इस परियोजना पर 2500 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। इस प्लांट के लगने के बाद सस्ते दर पर सौर ऊर्जा मिल सकेगी। अफसरों की मानें तो इस प्लांट के चालू होने के बाद अगर पॉवर कारपोरेशन के ग्रिड से बिजली की आपूर्ति ठप भी हो जाए तो भी प्रयागराज की बस्तियों में बल्व जलाए जा सकेंगे। टीवी, फ्रिज, एसी, कूलर और ट्यूबवेल भी बंद नहीं होंगे।
फिलहाल जिले और आसपास को मिलाकर मौजूदा समय सात सोलर पॉवर पार्कों से 271 यूनिट सौर ऊर्जा का उत्पादन किया जा रहा है। मेजा के ही कोसड़ाकला गांव में तीन सौ करोड़ रुपये की लागत से तैयार यूपी के पहले सोलर पार्क से 50 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन हो रहा है। इसी तरह ददरा कला (मिर्जापुर) में भी 75 मेगावाट क्षमता का सोलर पार्क फ्रांसीसी कंपनी की ओर से चालू कर लिया गया है। जिगना उपकेंद्र से इससे सोलर एनर्जी की आपूर्ति शुरू कर दी गई है।
इसी तरह लालगंज में भी 40 मेगावाट क्षमता के सोलर पार्क से 26 मेगावाट सोलर एनर्जी मेहरौनी द्वितीय उपकेंद्र को दी जा रही है। शंकरगढ़ के मेहरौनी प्रथम, बारा और मांडा में 40-40 मेगावाट क्षमता के सोलर पार्क स्थापित किए गए हैं। इसी तरह नैनी में ईसीएस सोलर की ओर से पांच मेगावाट क्षमता का सोलर पार्क लगाया गया है। यहां से भी तीन मेगावाट सौर ऊर्जा प्रतिदिन ग्रिड को दी जा रही है।
मेजा में 600 मेगावाट क्षमता का सोलर पॉवर प्लांट लगाने का शासन की ओर से पत्र मिला है। इसके लिए भूमि की तलाश की जा रही है। इस संबंध में मैं जल्द ही मुख्य राजस्व अधिकारी के साथ मुलाकात कर आगे की प्रक्रिया पर चर्चा करूंगा।