किसान सेवा संघर्ष समिति के प्रवक्ता और किसान नेता मनवीर भाटी ने दादरी से विधायक मास्टर तेजपाल सिंह नागर पर करारा हमला किया है। मनवीर भाटी ने सीधे तौर पर कहा, “विधायक तेजपाल सिंह नागर किसानों के मुद्दों को सरकार और मुख्यमंत्री के सामने उठाने में असफल रहे हैं। वह मुख्यमंत्री के सामने किसानों की दीर्घकालिक मांग 10% आवासीय भूखंड का मुद्दा नहीं उठा पाए। इसके दो ही मायने हैं, दादरी विधायक कमजोर हैं या वह किसानों के साथ धोखा कर रहे हैं। वह नहीं चाहते कि किसानों को उनके हक मिलें।”
पिछले साल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में आए थे। उस वक्त ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण से प्रभावित किसानों के 10% आवासीय भूखंडों को लेकर मुख्यमंत्री और जनप्रतिनिधियों के बीच चर्चा हुई थी। इस बैठक में प्राधिकरण अफसर भी शामिल थे। मनवीर भाटी का कहना है कि उस चर्चा के दौरान प्राधिकरण के चेयरमैन आलोक टंडन ने यह मामला उठाया था, लेकिन दादरी विधायक बैठक में चुपचाप बैठे रहे। जिसकी वजह से इस मुद्दे पर कोई फैसला नहीं हो सका। किसान संघर्ष समिति की ओर से जारी बयान में कहा गया है, दादरी विधायक ने किसानों के सबसे अहम मुद्दों में से एक सभी किसानों को दस प्रतिशत आवासीय भूखंड देने वाले मुद्दे पर मुख्यमंत्री के सामने नहीं उठाया। इससे किसानों में भारी आक्रोश है।
समिति के प्रवक्ता मनवीर भाटी ने आगे कहा, मुख्यतः आंदोलन में सभी किसानों को 10 प्रतिशत प्लॉट देने वाला मुद्दा एक मुख्य मुद्दा रहा है। जिसके लिए अधिकारियों ने कहा था कि इस विषय पर किसानों के आंदोलनकारी प्रतिनिधिमंडल की मुलाक़ात शासन में कराई जाएगी। जब दादरी के विधायक मुख्यमंत्री से मिले तो लगा कि अब यह मुद्दा मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा, लेकिन मुलाक़ात के दौरान विधायक की ओर से इस मुद्दे पर एक शब्द भी नहीं कहा गया। जबकि इस मुद्दे से लगभग क्षेत्र के 20 हज़ार किसान प्रभावित हैं। इससे किसानों को निराशा हुई है।
संघर्ष समिति के प्रवक्ता मनवीर भाटी ने कहा कि यह क्षेत्र के सभी किसानों के लिए बड़ा ही दुखद है कि क्षेत्र के विधायक मुख्यमंत्री के सामने किसानों को प्रभावित करने वाले मुद्दे पर एक शब्द नहीं कहते हैं। क्या यह हज़ारों किसानों के साथ धोखा नही हैं? क्या विधायक भी अफसरों की तरह इस बात पर सहमति रखते हैं कि सभी किसानों को दस प्रतिशत प्लॉट नहीं मिलना चाहिए।