दुनियाभर में इस्तेमाल होने वाली लोगों की लोकप्रिय ऐप व्हाट्सप्प अपनी नई पॉलिसी के चलते मुश्किलों के एक घेरे आ गया है। भारत में व्हाट्सएप के लिए मुश्किलें चारों तरफ से बढ़ती ही जा रही है। वहीं, मोदी सरकार ने पत्र लिख कर व्हाट्सएप को चेतावनी दी थी। इन मुसीबतों से निकलने के लिए व्हाट्सएप ने बिना कोई देरी करे उस पत्र का जवाब दे दिया है।
दरअसल, अपनी नई पॉलिसी के तहत कंपनी का कहना है कि, वह यूजर्स का डाटा अपनी मर्जी से एक्सेस कर सकती है और यह नई पॉलिसी पहले 8 फरवरी 2021 से लागू होने वाली थी, लेकिन इस तारीख को बड़ा कर बाद में 15 मई कर दिया गया। इसके बावजूद भी भारत सरकार एक्शन में नजर आई। इतना ही नहीं केंद्र सरकार के IT मंत्रालय ने व्हाट्सएप के CEO के नाम एक पत्र लिख डाला। जिसमें व्हाट्सएप द्वारा यूरोप और बाकी देशों के यूजर्स में भेदभाव करने की बात कही गई थी। साथ ही इस पॉलिसी को तुरंत वापस लेने के आदेश भी दिए थे। वहीं, अब व्हाट्सएप ने सरकार के सवाल सवालों का जवाब दिया है।
व्हाट्सएप ने इस पत्र का जबाव देते हुए कहा है कि, ‘व्हाट्सएप की नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर दुष्प्रचार किया जा रहा है, जिससे लोगों में नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर काफी भ्रम पैदा हो गया है। कंपनी अपनी तरफ से भ्रामक जानकारी दूर करने के लिए काम कर रही है और कंपनी हर तरह के जवाब देने को तैयार है।’ व्हाट्सएप ने साफ किया है कि यूजर की सभी प्राइवेट चैट इनक्रिप्टेड और सिक्योर हैं। इसके अलावा व्हाट्सएप के एक प्रवक्ता ने कहा है कि, हमफेसबुक के साथ डेटा शेयर नहीं करते हैं। हम पूरी तरह से ट्रांसपेरेंसी को बरकरार रखते हैं। व्हाट्सएप पर्सनल मैसेज को एंड टू एंड इनक्रिप्शन के जरिए सुरक्षित रखता है।