उत्तर प्रदेश में अब शराब, बीयर और भांग की दुकानों के बोर्ड से ‘सरकारी’ और ‘ठेका’ शब्द का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। इन शब्दों को बोर्ड से हटा दिया गया हैं। अब किसी भी शराब की दुकान के साइन बोर्ड पर देसी मदिरालय या अंग्रेजी शराब की दुकान, बीयर शॉप आदि ही लिखा जाएगा। दरअसल शराब, बीयर और भांग की दुकानों के लाइसेंस प्रदेश सरकार ही जारी करती है इसलिए अब तक इन दुकानों पर सरकारी लाइसेंसी शराब/बीयर की दुकान, सरकारी भांग का ठेका आदि शब्द लिखे जाते थे।
प्रदेश सरकार को अब यह शब्द रास नहीं आए इसलिए इन्हें हटाए जाने के आदेश दिये गये। अब अगर कोई भी अपनी शराब की दुकान पर देशी शराब या सरकारी शराब, या सरकारी शराब ठेका लिकवाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बताया जा रहा है कि यूपी सरकार की तरफ से जारी की गई नई नीति के मुताबिक, देशी और अंग्रेजी शराब के अलावा बीयर और भांग की फुटकर दुकानों और मॉडल शॉप के लाइसेंस भी रिन्यू किए जाएंगे। देशी और अंग्रेजी शराब की फुटकर दुकानों के साथ मॉडल शॉप की लाइसेंस फीस में महज 7.5 फीसदी वृद्धि की गई है।
बता दें कि हाल ही में उत्तरप्रदेश के बुलंद शहर में जबरीली शराब पीने से 4 लोगों की मौत हो गई, इसके बाद योगी सरकार ने कार्यवाही करते हुए थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया है। इसके अलावा सरकार ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है। बता दें इस शराब को पीने से दर्जनों लोग गंभीर रुप से घायल भी हुए है।