शहर की सफाई व्यवस्था बदहाल होने से नाराज कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने नगर निगम परिसर में धरना दिया। अधिकारी और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया। अधिकारियों पर मनमानी करने का भी आरोप लगाया। शनिवार को मेयर पति और पूर्व सभासद अशोक शर्मा के साथ कांग्रेसी पार्षद, कार्यकर्ताओं ने नगर निगम कार्यालय परिसर में बदहाल सफाई व्यवस्था को लेकर धरना दिया। अशोक शर्मा ने कहा कि सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी केआरएल के काम बंद करने के बाद से शहर में सफाई व्यवस्था के बुरे हाल हैं। 26 दिन बीत जाने के बाद भी नगर निगम के अधिकारी सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं करा पा रहे हैं।ज्वालापुर में जगह-जगह गंदगी के अंबार लगे हुए हैं। इसके साथ ही कनखल और आसपास के अन्य इलाकों में भी बुरा हाल है। अधिकारी रात नौ बजे तक कूड़ा उठाने का दावा तो कर रहे हैं, लेकिन धरातल पर कुछ नजर नहीं आ रहा है। मेयर को बदनाम करने के लिए अधिकारी भाजपा मंत्री के दबाव में इस तरह का कार्य कर रहे हैं। मेयर ने संसाधन खरीदने के लिए अपने वित्तीय अधिकार से छह लाख तक देने की बात अधिकारियों को कही। इसके अलावा पत्र भी लिखे। कई बार सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के आदेश भी दे दिए। लेकिन उसके बाद भी अधिकारी सुनने को तैयार नहीं हैं। मेयर प्रतिनिधि संगम शर्मा, हाजी शाहबुद्दीन अंसारी ने कहा कि ज्वालापुर के कई इलाकों में एक-एक सप्ताह तक कूड़ा नहीं उठ पा रहा है। अधिकारियों को फोन किए जाते हैं लेकिन वह दूसरी या तीसरी शिफ्ट में कूड़ा उठने की बात कह देते हैं। लेकिन उसके बाद भी सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं होती दिख रही है। धरना देने वालों में पार्षद राजीव भार्गव, तहसीन अंसारी, पुनीत कुमार, कांग्रेस अनुसूचित जिला अध्यक्ष सुनील कुमार, सुमित भाटिया, वसीम सलमानी, देवेश गौतम, विकास चौहान, शिवम खेवड़िया, दीपक राजपूत, विक्की वालिया, संदीप आदि शामिल रहे।